शुक्रवार, 16 जून 2017

मेघवाल समाज के भीम पुत्र प्रहलाद बरवड़ की फोटोग्राफी और चित्रकला मे जबरदस्त परफ़ॉरमेन्स पर आर्ट ऑफ किंग की संज्ञा

नवरत्न मन्डुसिया की कलम से //फोटोग्राफर से लेकर चित्रकार के रुप मे काम कर रहे है राजस्थान प्रांत के सीकर जिले के मंढा सुरेरा के फोटोग्राफर प्रहलाद बरवड़ दोस्तो जब प्रहलाद पेंटर अपनी कलाकारी आजमाते है तो हर कोई बधाई देने से नही चूकते है प्रहलाद बड़वड़ अपनी कलाकृति कलाकारी चित्रों के रुप मे उकेरते है तो हर कोई स्तम्भ रह जाते है प्रहलाद बरवड़  के मुख्य रुप से फोटोग्राफर का है लेकिन इनके अलावा चित्र कार के रुप मे शादी पार्टियों आदि मे भीती चित्र और नामों की पेंटिंग बहूत सुंदर तरीके से करते है जिसमे आसपास के गाँवों मे बहूत फ़ेमस है प्रहलाद बरवड़ को आर्ट और किंग के नाम से जाने जाते है प्रहलाद बड़वर बताते है की भारतीय चित्रकला में राजस्थानी चित्रकला का विशिष्ट स्थान है, उसका अपना एक अलग स्वरुप है। और प्रहलाद बरवड़ कुछ उपलब्ध चित्रों के आधार पर किसी भी चित्र की कलाकारी करके उस चित्र को उकेर सकते है तथा बहूत जगहो पर अपनी कलाकृति करके बहूत नाम कमा रहे है प्रहलाद बरवड़ कहते है की कोई भी काम मुश्किल हो तो यदि हम कोशिश करेंगे तो उस काम को बहूत जल्द ही कर सकते है तथा पेंटिंग के अलावा फोटोग्राफी वीडियो ग्राफि और इनके साथ साथ मिक्सिंग का भी काम करते है तथा शादी पार्टियों मे स्टेज प्रोग्राम होते है उसको बहूत ही बारीकी से बहूत सुंदर तरीके से सजाते है जब शादी पार्टियों मे उनकी कला को देखते है तो हर कोई इनको बधाई देने से नही चूकते है इस कारण प्रहलाद बरवड़ को आर्ट और किंग के नाम से जानते है प्रहलाद बरवड़ जेसे एक सामान्य जीवन व्यापन करने वाले साधारण फोटोग्राफर ने अपनी पहचान एक अलग ही बना रखी रखी है और देखने मे किसी सूपर स्टार से कम नही लगते रंग गोरा लम्बे कद के पर अच्छी बॉडी आदि जबरदस्त तरीके से दिखने वाले युवा इन दिनो बहूत चर्चाऔ मे कलाकृति के कारण हो रहे है अब प्रहलाद बरवड़ बहूत ही जल्द बाबा साहेब डॉक्टर भिव राव अम्बेडकर की फोटो को उकेरेंगे प्रहलाद बड़वर इन चित्रकृतियों पर किसी एक वर्ग विशेष पर चित्रकारी नही करते है और  धीरे-धीरे यह बात प्रमाणित होती गई कि राजस्थानी शैली को अपने दिल और दिमागकुछ क्षेत्रीय चित्रों को उकेरते है मे नवरत्न मन्डुसिया इनकी फोटोग्रफी और चित्रकारी की बहूत तारीफ करता हूँ और उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ की इनकी चित्रकारी और फोटोग्राफी यू ही चमन पर रहे और स्वतंत्र रुप से अपना पहचान बनाने में सफल होवे तथा प्रहलाद बरवड़ सन 2009 से लेकर 2017 तक निस्वार्थ ब्लड डोनेट भी किया है और इन ब्लड डोनेट के कारण कई बार जिला स्थिर पर सम्मानित भी हो चुके है तथा चित्र कला फोटोग्राफी के अलावा समाज सेवा मे भी अपना महत्वपूर्ण जगह रखते है  :- नवरत्न मन्डुसिया की कलम से 

मेघवाल समाज मे जन्मे बाड़मेर के राजू धनदेव का राजनेतिक क्षेत्र के साथ साथ भाईचारे को माना प्रथम रहन सहन

नवरत्न मन्डुसिया की कलम से //आजकल एक तरफ़ दलित अत्याचारों के शिकार हो रहे है वही दूसरी तरफ़ दलितों की आवाज़ बन रहे राजू धनदेव बताते है चाहे समाज कोई भी हमे सामूहिक रुप से भाईचारे की भाँति रहना चाहिये इसी मे ही हमारे आजाद हिंदुस्तान की भलाई है नही तो जिस तरह हम देश आजादी के पहले किस तरह रहते थे उसी तरह हमे आज आजाद भारत मे रहना पड़ेगा राजू  बाड़मेरी के विचार भला आपको सामान्य लगते हो लेकिन उनके हरेक लब्ज मे बहूत सारी सकारात्मक बाते हमे दर्शाती है ऐसे युवाओं को आगे बढ़ना चाहिये और हमे इनका साथ देना चाहिये मे नवरत्न मन्डुसिया राजू धनदेव को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ की आप ऐसे ही मेघवाल समाज की सेवायें करते रहे और आप हमेशा सकारात्मक सोच रखते रहे किसी ज़माने मे कहा जाता था की बाड़मेर के मेघवाल समाज के लोग बहूत पीछडे हुवे है लेकिन अब वो ज़माने गया और बाड़मेर को शिक्षा के क्षेत्र मे भी बहूत आगे बढ़ा रहे है यह युवा बहूत परिश्रमी रूपी काम करते है राजू धनदेव देदङीयार गाँव के रहने वाले है इनकी रुचि समाज सेवा मे शुरू से ही थी राजू धनदेव अब राजनेतिक क्षेत्र के साथ साथ सोशियल मीडिया पर भी लगभग सक्रिय रहते है इस कारण हम राजू धनदेव देदङीयार को सोशियल साइट के गुरु के नाम से भी सम्भोदित कर सकते है यह युवा बाड़मेर जिले मे बहूत सक्रिय है और गरीबो की सेवा करने मे बहूत तत्पर रहते है समाज सेवा को इन्होने समाज-सेवा या दूसरों के उपकार के लिये यह कोई आवश्यक बात नहीं कि मनुष्य धन द्वारा ही दूसरों की सहायता करे। धन तो बाहरी साधन है और उसका उपयोग समयानुसार बदला करता है। इन तथ्यों पर विश्वास रखते राजू धनदेव इस कारण  ऐसे भी अवसर आते हैं जब कि करोड़ों रुपया पास में रखा रहने पर भी मनुष्य एक रोटी अथवा एक गिलास पानी के लिये तरसता रह जाता है। इसलिए सच्ची सेवा और सहायता के उपकरण तो तन और मन ही को मानना चाहिये। ये ही वास्तव में हमारी सम्पत्ति हैं और इनके द्वारा सेवा करने से किसी को कोई कभी नहीं रोक सकता। इसके लिये अगर आवश्यक है तो यही कि हमारे हृदय में दूसरों की सहायता-सेवा करने की सच्ची भावना हो। राजू धनदेव आज तक जितने बड़े-बड़े महापुरुष हुये हैं जिनका नाम इतिहास में लिखा गया है और अब भी समय समय पर हम गौरव के साथ जिनका स्मरण करते रहते हैं, जिनकी जयन्तियाँ मनाते रहते हैं, इनमें शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने धन द्वारा प्रतिष्ठा अथवा श्रद्धा प्राप्त की हो। महापुरुषों का आम लक्षण यही है कि वे दूसरों के उपकारार्थ के लिए अपने तन मन और प्राणों तक को उत्सर्ग कर देते हैं। अनेक महान पुरुष तो ऐसे भी हो गये हैं जो जनता के सामने भी बहुत कम आये, पर जिन्होंने गुप्त रूप से ही समाज और देश की सेवा में निस्वार्थ भाव से प्राण अर्पण कर दिये। क्या ऐसे महान त्यागियों की सेवा और महानता को हम कभी भुला सकते हैं? दोस्तो मुझे रो बहूत खुशी होती जब मे मेघवाल समाज के नाम को बाड़मेर के अलावा अन्य जिलों मे राज्यों मे सुनता हूँ क्यों की हमारे मेघवाल समाज के खोये हुवे गौरवो को प्राप्त करना है समाज सेवा के साथ साथ मेघवाल समाज की और गरीबो की सेवा करनी चाहिये राजू धनदेव वे बचपन से ही मेधावी छात्र रहे थे। वे योग्य,कुशल ,अनुभवी समाज सेवक  और राजनेता रहे। बाड़मेर  के क्षेत्र का प्रतिनिधत्व किया और एक कुशल सामाजिक एवम राजनीतिक कार्यकर्ता एवम नेता के रुप मे अपनी पहचान बनाई। वे कई सामाजिक एवम राजनीतिक संगठन से जुड़े रहे।:- नवरत्न मन्डुसिया की कलम से

नवरत्न मन्डुसिया

खोरी गांव के मेघवाल समाज की शानदार पहल

  सीकर खोरी गांव में मेघवाल समाज की सामूहिक बैठक सीकर - (नवरत्न मंडूसिया) ग्राम खोरी डूंगर में आज मेघवाल परिषद सीकर के जिला अध्यक्ष रामचन्द्...