सोमवार, 12 सितंबर 2016

अपने अधिकार

 IPC में धाराओ का मतलब
दोस्तो आजाद भारत मे सभी लोग आजादी चाहते है ॥ और भारत रत्न डॉक्टर भीव राव अम्बेडकर पर हमे गर्व करना चाहिए जिसने आजाद हिन्दुस्थान मे सभी लोगो को जीना सिखाया और अपने अधिकारों की महत्वकांक्षा सिखाई  आइये विस्तार से जाने अपने अधिकार दोस्तो मे अपने ब्लॉग www.mandusiya.blogspot.com पर अपने अधिकारों की अपडेट देता रहूंगा
धारा 307 = हत्या की कोशिश धारा 302 =हत्या का दंड धारा 376 = बलात्कार धारा 395 = डकैती धारा 377= अप्राकृतिक कृत्य धारा 396= डकैती के दौरान हत्याधारा 120= षडयंत्र रचना धारा 365= अपहरण धारा 201= सबूत मिटाना धारा 34= सामान आशय धारा 412= छीनाझपटी धारा 378= चोरी धारा 141=विधिविरुद्ध जमाव धारा 191= मिथ्यासाक्ष्य देना धारा 300= हत्या करना धारा 309= आत्महत्या की कोशिश धारा 310= ठगी करना धारा 312= गर्भपात करना धारा 351= हमला करना धारा 354= स्त्री लज्जाभंग धारा 362= अपहरण धारा 415= छल करना धारा 445= गृहभेदंन धारा 494= पति/पत्नी के जीवनकाल में पुनःविवाह0 धारा 499= मानहानि धारा 511= आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को करने के प्रयत्न के लिए दंड।
 हमारेे देश में कानूनन कुछ ऐसी हकीक़तें है, जिसकी जानकारी हमारे पास नहीं होने के कारण  हम अपने अधिकार से मेहरूम रह जाते है।

तो चलिए ऐसे ही कुछ  *5 रोचक फैक्ट्स* की जानकारी आपको देते है, जो जीवन में कभी भी उपयोगी हो सकती है.
 *1.  शाम के वक्त महिलाओं की गिरफ्तारी नहीं हो सकती*-
कोड ऑफ़ क्रिमिनल प्रोसीजर, सेक्शन 46 के तहत शाम 6 बजे के बाद और सुबह 6 के पहले भारतीय पुलिस किसी भी महिला को गिरफ्तार नहीं कर सकती, फिर चाहे गुनाह कितना भी संगीन क्यों ना हो. अगर पुलिस ऐसा करते हुए पाई जाती है तो गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ शिकायत (मामला) दर्ज की जा सकती है. इससे उस पुलिस अधिकारी की नौकरी खतरे में आ सकती है.
2. सिलेंडर फटने से जान-माल के नुकसान पर 40 लाख रूपये तक का बीमा कवर क्लेम कर सकते है*-
पब्लिक लायबिलिटी पॉलिसी के तहत अगर किसी कारण आपके घर में सिलेंडर फट जाता है और आपको जान-माल का नुकसान झेलना पड़ता है तो आप तुरंत गैस कंपनी से बीमा कवर क्लेम कर सकते है. आपको बता दे कि गैस कंपनी से 40 लाख रूपये तक का बीमा क्लेम कराया जा सकता है. अगर कंपनी आपका क्लेम देने से मना करती है या टालती है तो इसकी शिकायत की जा सकती है. दोषी पाये जाने पर गैस कंपनी का लायसेंस रद्द हो सकता है.
3. कोई भी हॉटेल चाहे वो 5 स्टार ही क्यों ना हो…
आप फ्री में पानी पी सकते है और वाश रूम इस्तमाल कर सकते है*-
इंडियन सीरीज एक्ट, 1887 के अनुसार आप देश के किसी भी हॉटेल में जाकर पानी मांगकर पी सकते है और उस हॉटल का वाश रूम भी इस्तमाल कर सकते है. हॉटेल छोटा हो या 5 स्टार, वो आपको रोक नही सकते. अगर हॉटेल का मालिक या कोई कर्मचारी आपको पानी पिलाने से या वाश रूम इस्तमाल करने से रोकता है तो आप उन पर कारवाई  कर सकते है. आपकी शिकायत से उस हॉटेल का लायसेंस रद्द हो सकता है.
4. गर्भवती महिलाओं को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता*-
मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट 1961 के मुताबिक़ गर्भवती महिलाओं को अचानक नौकरी से नहीं निकाला जा सकता. मालिक को पहले तीन महीने की नोटिस देनी होगी और प्रेगनेंसी के दौरान लगने वाले खर्चे का कुछ हिस्सा देना होगा. अगर वो ऐसा नहीं करता है तो  उसके खिलाफ सरकारी रोज़गार संघटना में शिकायत कराई जा सकती है. इस शिकायत से कंपनी बंद हो सकती है या कंपनी को जुर्माना भरना पड़ सकता है.
5. पुलिस अफसर आपकी शिकायत लिखने से मना नहीं कर सकता*-
आईपीसी के सेक्शन 166ए के अनुसार कोई भी पुलिस अधिकारी आपकी कोई भी शिकायत दर्ज करने से इंकार नही कर सकता. अगर वो ऐसा करता है तो उसके खिलाफ वरिष्ठ पुलिस दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. अगर वो पुलिस अफसर दोषी पाया जाता है तो उसे कम से कम 6 महीने से लेकर 1  साल तक की जेल हो सकती है या फिर उसे अपनी नौकरी गवानी पड़ सकती है.
इन रोचक फैक्ट्स को हमने आपके लिए ढूंढ निकाला है.
ये वो रोचक फैक्ट्स है, जो हमारे देश के कानून के अंतर्गत आते तो है पर हम इनसे अंजान है. हमारी कोशिश होगी कि हम आगे भी ऐसी बहोत सी रोचक बाते आपके समक्ष रखे, जो आपके जीवन में उपयोगी हो।

शनिवार, 3 सितंबर 2016

वंशावली बाबा मेघवंशी रामदेव जी महाराज और सायर मेघवाल


बाबा रामदेव जी महाराज  मेघवाल है और इन तथ्यों से साबित होता है ॥ बाबा रामदेव जी महाराज  सायर मेघवाल  के ही पुत्र थे ॥ और बाबा रामदेव जी महाराज और सायर जी मेघवाल की वॅशावली जो निम्न है ॥

जाँभा (जयपाल) से --चन्दहल
चन्दहल जी से = बिगहङ जी
बिगहङ जी से = भोजराज जी
भोजराज जी के दौ पुत्रो का नाम
(1) सायर जी (2) अङसी जी
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सायर जी के पुत्र रामदेव जी थे
(ठाकुर अजमाल के आदेशानुसार सायर जी ने अपनै पुत्र रामदेव
को बिरम के पालणे मे सुलाया था - जिन्हे लोग "अजमल घर
अवतारी" के रुप मे जानते है )
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अङसी जी के दौ सन्तान थी ।
(1) पुत्री "डालीबाई"
(2) पुत्र "मुन्जा जी "
नोट( डाली ओर मुँजा जी के माता पिता का देहान्त हो जाने के
कारण - डाली ओर मुँजा जी को सायर जी ने "पुत्र 'पुत्री के रुप
मे स्वीकार कर गोद लिया था - ओर सायर जी ने
ही उनका पालन पोसन किया था )-
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डालीबाई ने शायर जी के सानिध्य मे ही भक्ति साधना की थी ।
ओर रामदेव जी से पुर्व समाधि ले ली थी ।
जिसकी समाधि पर भाई मुँजाजी के परिवार वॅशज पीढीदर
पीढी सेवा करते आयै है ..जिनके टिकायत परिवार
की वॅशावली निम्नानुसार है
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सायर जी के बाद
मुन्जा जी से मोडा जी
मोडा जी से। डुँगर जी
डुँगर जी से। बीजल जी
बीजल जी से माला जी
माला जी से खीमा जी
खीमा जी से धन्ना जी
धन्ना जी से नॅगा जी
नॅगा जी से माना जी
माना जी से नाथा जी
नाथा जी से केशरा जी
केशरा जी से भूरा जी
भुरा जी से भीखा जी
भीखा जी से हरजी
हरजी से मुकना जी
मुकना जी से पुनम जी
पुनम जी से उत्तमचन्द जी
वर्तमान मे उत्तमचन्द जी का परिवार टिकायत है
स्वामी जी ने स्पष्ट कहा था
कि - बाबा रामदेव मेघवाल थे ।
इसिलिये -
(1) "बाबे रा रिखिया" केवल मेघवाल है ।- तॅवरो को क्यो नही ?
(2) बाबा का जम्मा जागरण आज भी केवल मेघवालो से
ही जगाया जाता है - ओर उन्ही को जम्मे मे प्रथम भोजन
कराया जाता है जिसे "रिखिया जीमावणा" कहा जाता है ।
तॅवरो को क्यो नही ?
(3) मारवाङ मे प्राचीन ओखाणे प्रचलित है कि -"रामदेव जी नै
मिलिया सो मेघ ही मेघ (मेघो रा देव रामदेव)
क्यो कहा गया ?
तॅवरो के विषय मे ऐसै ओखाणे क्यो नही कहै गये ?
(5) बिना माता पिता के कोई पालणे मे कैसे प्रकट हो सकता है ?
-बाबा को जिस कृष्ण व राम का अवतार बताकर "अजमल घर
अवतारी" बताया जाता है - वो राम ओर कृष्ण भी जन्म लेकर
आये थे - प्रकट नही हो पाये - तो रामदेव जी कैसे प्रकट
हो गये ?
(6) जो पालणा रामदेवरा मे लोगो को बताकर कहा जाता है
कि इसमे रामदेव जी प्रकट हुऐ थे - उस पालणे की वैज्ञानिक
तकनिक (कार्बन विधि) .से जाच करवानी चाहिये । कि वह 600
साल पुराना है या नही !
जिस पर विरोधिगण चुप थे ।
(7) अगर रामदेव जी तुवर राजपुत थे तो तुवरो की बही मे रामदेव
जी का नाम क्यो नही ? - इस पर तुवरो ने एक बही पेश की कोर्ट
मे - मगर कोर्ट ने वह बही पुरानी ओर प्रमाणिक नही मानी -
क्यो कि वह 600 साल पुरानी नही थी ।
(8) पुँगलगढ के पङियार रामदेव जी से नफरत क्यो करते थे ?
(10) बाबा रामदेव के समकालीन किसी भी चारण भाट कवि ने
उनकी महिमा वर्णन क्यो नही की ?
(11) रामदेव जी पर लिखै गये सभी इतिहास मे उनकी अवतार
तिथि ओर स्थान आदी समुचे इतिहास मे इतना मतभेद क्यो ?
(12) रामदेव जी की तुरनुमा समाधि पर उर्दू मे आयत लिखी हुई
है - ओर उनकी समाधि पर पहले दरगाह थी - जिस पर विक्म
सवत 14वी शताब्दी से 19वी शताब्दी तक किसी राव राजा ने
कोई मन्दिर निर्माण क्यो नही करवाया ?
(13) बाबा रामदेव ने मात्र 33 वर्ष की अल्पायु मे
ही समाधि क्यो ली ?- ओर समाधि को हरबुजी को परचा बताकर
क्यो तोङा गया ?
(14) बाबा की समाधि के आसपास कंई तुरनुमा (कब्र)
समाधिया पुजवाई जा रही है - वो समाधिया किसकी है - अगर वह
तुवर राजपूतो की समाधिया (शमसाण) है तो फिर वै
सभी मुसलमानों के कब्रिस्तान की तरह क्यो है ?
(15) विक्रम सॅवत 14वी से करीब 17वी शताब्दी तक 300
साल के अन्तराल मे कोई भी उची जाति वर्ण का स्वर्ण भक्त
कवि की अवतारवादी कथा वाणी वारता क्यो नही ?
ऐसै कॅई सैकङो विचारणिय
प्रशनो की झङी लगा दी थी स्वामी रामप्रकाशाचार्य
जी महाराज ने - जिनके उत्तर विपक्षीगण नही दे पाये ।
तब कोर्ट ने तुवरो को नोटीस पेश किया कि इन सवालो का जवाब
दे --
तब विरोधि गणो ने अपना केस वापस ले लिया - क्यो कि उन्है
पता था , कि अगर हमने पुख्ता प्रमाण सहित जवाब पेस
नही किये तो - कोर्ट का फैसला मेघवालो के पक्ष मे होगा ।
तब स्वामी जी की लिखी पुस्तको को मेले मे जबरन बिक्री से
रोका गया - तब स्वामी जी ने अपनी तरफ से कोर्ट मे अपील
की थी - कि विरोधिगण हमारै सवालो का जवाब दे -
अन्यथा हमारी पुस्तकों को बिकने से ना रोका जाये ।
तब विरोधिगण स्वामी जी को कंई गुमनाम धमकिया पेश करने लगै
-
तभी देवस्थान विभाग ने बाबा रामदेव जी महाराज को मेघवंशी बताया

मेघवाल समाज की बेटी निर्मला मेघवाल बनी बेस्ट राष्ट्रीय शिक्षक


राजकीय जमुना देवी पांडेय बालिका सीसै स्कूल पाटन नीमकाथाना  की प्रधानाचार्य निर्मला देवी मेघवाल को शिक्षक दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार दिया जाएगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी निर्मला देवी को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के रूप में प्रशस्ति पत्र, 50 हजार नकद सिल्वर मैडल देंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 3 से 5 सितंबर तक दिल्ली में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए निर्मला देवी को आमंत्रित किया गया है। उनको यह पुरस्कार श्रेष्ठ बोर्ड परीक्षा परिणाम, गाइडिंग के क्षेत्र में राज्यस्तरीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष योगदान, पुरस्कारों समाजसेवा के लिए दिया जा रहा है श्रीमती निर्मला जी मेघवाल नीमकाथाना
अनुसुचित जाति राजस्थान की पहली महिला है जिनका चयन
नैशनल टीचर आवार्ड
के लिए हुआ है
जो हमारे समाज और राजस्थान के अनुसुचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए बहुत खुशी की बात है  निर्मला मेघवाल
राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान लेकर लौटने पर स्वागत  किया गया। और  टैक्सी स्टैंड से उन्हें जुलूस के रूप में लाया गया। व्यापारिक सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने उनका जगह-जगह स्वागत किया। गाड़ी में निर्मला देवी के साथ उनके पति प्रधानाचार्य बनवारीलाल वर्मा परिवार के लोग थे। निर्मला देवी को शिक्षक दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शिक्षक सम्मान से नवाजा। उनका डॉ. अंबेडकर मानव कल्याण संस्थान, डॉ. अंबेडकर रक्तदान सेवा समिति, हनुमान सेवा समिति के पदाधिकारियों सदस्यों के अलावा कई संगठनों ने स्वागत किया। जुलूस स्वागत कार्यक्रम में पूर्व विधायक फूलचंद गुर्जर, पूर्व कॉलेज शिक्षा आयुक्त प्रो. केआर सिलोलिया, कांग्रेस नेता सुरेश मोदी, भाजपा नेता प्रमोदसिंह बाजौर, सतीश शर्मा, जेपी लोढ़ा, बीडी वर्मा, संस्थान अध्यक्ष शंकरलाल बलाई, एनएसयूआई प्रदेश महासचिव रोशन मुंडोतिया, चांदमल मेघवंशी, पूर्व अभिभाषक संघ अध्यक्ष देवेंद्र चौधरी आदि थे तथा

इस अवसर पर सूरेरा ग्राम मे भी निर्मला मेघवाल को नेशनल अवार्ड मिलने पर गाजे बाजे के साथ खुशियाँ मनाई और इस अवसर पर नागौर के जिला परिषद सदस्य पूरन मल मेघवाल समाज सेवी सुरेश मेघवाल घरवाणी और अगला कदम एन. जी. ओ के संस्थापक. नाथू लाल जी वर्मा देवली और विधुतकार भँवर लाल मन्डुसिया सुरेरा और दांतारामगढ़ के युवा नेता जितेंद्र राम चंद्र मेघवाल आदि ने टिव्टर के माध्यम से शुभकामनाएँ दी ॥

नवरत्न मन्डुसिया

खोरी गांव के मेघवाल समाज की शानदार पहल

  सीकर खोरी गांव में मेघवाल समाज की सामूहिक बैठक सीकर - (नवरत्न मंडूसिया) ग्राम खोरी डूंगर में आज मेघवाल परिषद सीकर के जिला अध्यक्ष रामचन्द्...