रविवार, 14 सितंबर 2014

निहालचंद मेघवाल के मंत्री बनने के बाद इलाके में दौड़ी खुशी की लहर

श्रीगंगानगर से भाजपा सांसद निहालचंद मेघवाल के केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री बनने के बाद इलाके में खुशी का माहौल है| परिवार के साथ-साथ यहाँ की जनता भी खुश है| परिजनों ने गुलाल उड़ाकर और मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी का इज़हार किया|

सुजानगढ़ विधानसभा के नव निर्वाचित भाजपा विधायक खेमाराम मेघवाल

सुजानगढ़ विधानसभा के नव निर्वाचित भाजपा विधायक खेमाराम मेघवाल ने सालासर बालाजी में पहुंचकर पूजा अर्चना की । खेमाराम मेघवाल ने 13649 वोटो से जीत हासिल की । साथ ही नावा के नव निर्वाचित भाजपा विधायक विजय चौधरी ने पूजा अर्चना की । देवकीनंदन पुजारी, एल. डी. पुजारी सांवरमल पुजारी, मांगीलाल पुजारी ने पूजा अर्चना करवाई । इससे पूर्व सालासर सीमा में प्रवेश करते ही भाजपा कार्यकर्ताओ ने ढोल नगारो आतिशबाजी, मिठाई, व् फूल माला, नारो से स्वागत किया । इस अवसर पर जुलियासर में भंवरसिंह शेखावत, विजेंद्र सिंह, अमर सिंह भाटी, विजयपाल, यशोदा माटोलिया, सुरेश पुजारी सहित हजारों कार्यकर्ताओ ने अभूतपूर्व स्वागत किया ।

खेमाराम मेघवाल ने 13649 वोटो से जीत हासिल की


मेघवाल महिला विधायक 2013-2014

1. चन्द्रकांता मेघवाल (विधायक रामगंजमण्डी)
2. अमृता मेघवाल (विधायक जालौर)
3. द्रोपदी मेघवाल (विधायक पीलीबंगा)
4. कमसा मेघवाल (विधायक भौपालगढ)
5. डॉ. मंजु बाघमार (विधायक जायल)
6. संजना आंगरी (विधायक सोजत)

पीलीबंगा विधायक द्रोपदी मेघवाल का किया स्वागत

जिलाहनुमानगढ़ की पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र की विधायक द्रोपदी मेघवाल का शनिवार को धौलपुर आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका रेलवे स्टेशन पर स्वागत किया। इस दौरान विधायक मेघवाल का नीलू परमार जपावली तथा दीपेंद्र सिंह राजावत की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से स्वागत किया उन्हें सर्किट हाउस तक ले गए। इस अवसर पर ध्रुव सिंह, पिंकू सिंह, संतोषी शर्मा, सत्येंद्र चौहान, सत्यवीर सिकरवार, कीर्ति राजावत, विष्णु चौधरी, बैजनाथ सरपंच हथवारी, छीतर सिंह सोलंकी, दिनेश परमार, सरनाम सिंह, बिजेंद्र सिसोदिया, मुन्ना सिंह सिकरवार, श्यामसिंह परमार, दिग्विजय सिंह मौजूद थे।

राजस्थान में बीजेपी के विधायक कैलाश मेघवाल को बुधवार को सर्वसम्मति से राजस्थान विधान सभा का स्पीकर चुन लिया गया

राजस्थान में बीजेपी के विधायक कैलाश मेघवाल को बुधवार को सर्वसम्मति से राजस्थान विधान सभा का स्पीकर चुन लिया गया. सदन के अस्थायी अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह ने भीलवाड़ा के शाहपुरा से विधायक कैलाश मेघवाल के सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित होने की घोषणा की.

इसके बाद सदन की नेता वसुंधरा राजे, कांग्रेस विधायक दल के नेता रामेश्वर डूडी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और शिक्षा मंत्री काली चरण सराफ कैलाश मेघवाल की सीट पर पहुंचे और उन्हें सम्मानपूर्वक अध्यक्ष के आसन तक लेकर गए.

नवनिर्वाचित अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने सत्ता और प्रतिपक्ष को इस पद पर सर्वसम्मति से निर्वाचन के लिए आभार जताते हुए विशवास दिलाया कि उनसे किसी भी सदस्य को शिकायत नहीं रहेगी. उन्होंने कहा वे सदन की भावनाओं का आदर करेंगे, निष्पक्षता से सदन की परम्पराओं का निर्वहन करते हुए सदस्यों के विचारों, अधिकारों की रक्षा कर प्रदेश के विकास की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे.

उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील के गांव मजावडा में 22 मार्च 1934 को जन्मे कैलाश मेघवाल छात्र जीवन से ही सामाजिक एवं राजनीतिक गतिविधियों से सम्बद्ध रहे हैं. एमए, एलएलबी तक शिक्षा प्राप्त मेघवाल वर्ष 1977 में पहली बार राजसमंद सुरक्षित सीट से विधायक चुने गए. भैरोसिंह शेखावत के नेतृत्व में बनी सरकार में पहले राज्यमंत्री और बाद में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किए गए.

विधायक कैलाश वर्मा का नागरिक अभिनंदन

कालवाड़-!- बगरु विधानसभा
क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक कैलाश वर्मा का शुक्रवार को निमेड़ा गांव में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दुल्ला राम जाट के नेतृत्व में ग्रामीणों ने स्वागत किया। इस दौरान वर्मा ने गांवों में विकास कार्य कराने के लिए हमेशा तत्पर रहने का लोगों को भरोसा दिलाया। इस अवसर पर अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।
डॉ. भिंडा का स्वागत
बाड़ीजोड़ी-!- विराटनगर विधायक डॉ.फूलचंद भिंडा का कस्बे में भाजपाइयों ने स्वागत किया। गणपत वर्मा, बाबूलाल सैनी, लक्ष्मीनारायण भाटी, रतनदेवी यादव, भैंरू सैनी, जयसिंह पारीक, धाफली देवी आदि मौजूद थे।
सिरोही विधायक का स्वागत
मौजमाबाद-!- गो भक्त संघ ने शुक्रवार सुबह सिरोही के नवनिर्वाचित विधायक ओटा राम देवासी के जयपुर शपथ ग्रहण समारोह में जाते समय स्वागत किया गया। लुंबाराम चौधरी, अमरा राम प्रजापत, भवानी सिंह आदि उपस्थित थे।

निहालचंद मेघवाल चौथी बार सांसद बने

श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र से अब तक के सबसे बड़े मार्जिन से जिताकर भाजपा के निहालचंद को मतदाताओं ने आशीर्वाद तो दिया ही है, साथ ही अपनी बुद्धिमता,जागरूकता और राजनीतिक सूझबूझ का परिचय भी दिया है। विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में अंतर क्या होता है यह यहां का मतदाता बखूबी समझता है, यह उसने साबित भी कर दिया है। भारत में लोकतंत्र के फलने-फूलने का यह एक बड़ा कारण भी है। वोटिंग किस आधार पर की जानी है, किन मुद्दों पर करनी है, यह कौन सिखाता है मतदाताओं को? जैसे शेर को शिकार करना सिखाया नहीं जाता। उसी प्रकार भारतीय लोकतंत्र में मतदाताओं को भी यह सब न तो बताना पड़ता और न ही सिखाना। यह समझ नैसर्गिक होती है। श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की करारी हार और पांच महीनों में पासा पलटना और देशभर के मतदाताओं के अनुरूप खुद को बदलकर उसने अपनी बुद्धि और चातुर्य का लोहा मनवा लिया है। पूरे राजस्थान में सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत में हम पहले ही नंबर वन घोषित किये जा चुके हैं। अब राजनीतिक समझ में भी हमारी कोई सानी नहीं है। पूरे क्षेत्र के मतदाताओं की बुद्धिमता, जागरूकता प्रशंसनीय है। सही समय पर सही फैसला ही हमें प्रगति के मार्ग पर सतत अग्रसर करता है और यहां के मतदाता ऐसा करने में कभी चूकते भी नहीं हैं। अब बारी निहालचंद की है खुद को साबित करने की।

पिता की सबसे बड़ी हार थी अब बेटे के नाम सबसे बड़ी जीत

इस लोकसभा चुनाव में श्रीगंगानगर के नाम दो रिकॉर्ड दर्ज हुए। पहला रिकॉर्ड मतदान का। 17 अप्रैल को हुए मतदान में पहली बार 72.85 फीसदी लोगों ने वोट डाले। इस उपलब्धि की बदौलत श्रीगंगानगर संसदीय क्षेत्र प्रदेशभर में पहले नंबर पर रहा। दूसरा रिकॉर्ड बना मतगणना में जीत का। निहालचंद ने श्रीगंगानगर सीट पर अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले सर्वाधिक मतों से जीत का रिकॉर्ड 1984 में कांग्रेस के बीरबल के नाम दर्ज हुआ था। तब उन्होंने लोकदल के बेगाराम को 1 लाख 65 हजार वोटों से हराया था। बेगाराम नवनिर्वाचित सांसद निहालचंद के पिता हैं। यानी श्रींगानगर सीट पर लोकसभा चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी हार का रिकॉर्ड बेगाराम और सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड उनके बेटे निहालचंद के नाम दर्ज हुआ।

निहालचंद 2.91 लाख वोटों से जीते

अब तक की सबसे बड़ी जीत

धोद विधायक गोरधन वर्मा को एससी मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बनाने से उनका कद भी बढ़ा है।

धोद विधायक गोरधन वर्मा को एससी मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बनाने से उनका कद भी बढ़ा है।


वर्मा को जिम्मेदारी क्यों: धोद में पहली बार कमल खिलाने वाले धोद विधायक गोरधन वर्मा को संगठन में बड़ा पद देकर तव्वजो दी गई। वर्मा ने 45071 वोटों के अंतर से सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। इससे पहले 2005 में प्रधान रहे। संगठन में मंडल अध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रह चुके हैं।

वर्मा को मिली जिम्मेदारी पर हरिराम रणवां, विधायक रतनलाल जलधारी, प्रकाश दाधीच, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष इंदिरा चौधरी, कमल शर्मा, विनोद अग्रवाल आदि ने खुशी जाहिर की है।
 पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है, खरा उतरने का पूरा प्रयास रहेगा। गोरधन वर्मा, विधायक 

नवरत्न मन्डुसिया

खोरी गांव के मेघवाल समाज की शानदार पहल

  सीकर खोरी गांव में मेघवाल समाज की सामूहिक बैठक सीकर - (नवरत्न मंडूसिया) ग्राम खोरी डूंगर में आज मेघवाल परिषद सीकर के जिला अध्यक्ष रामचन्द्...