शुक्रवार, 24 मार्च 2017

सालाना दो करोड़ कमाते है और सरकारी नौकरी छोड़ी

जैसलमेर। आपने कई बार सुना होगा कि सरकारी नौकरी के पीछे लोग अपनी आधी से ज्यादा जिंदगी कुर्बान कर देते हैं और फिर भी उन्हें नहीं मिल पाती। इसके अलावा कई बार सरकारी नौकरी के लिए सरकार को जरूरत कुछ सौ कर्मचारियों की ही होती है लेकिन उसमें आवेदन लाखों से भी अधिक आते हैं। ऐसे में जब सरकारी नौकरी के लिए लोग एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, तो एक ऐसा शख्स भी है जो सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर खेती कर रहा है। एलोवेरा की खेती के जरिए से यह शख्स हर साल तकरीबन डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक कमा रहा है। इस शख्स का नाम हरीश धनदेव है। किसानों के परिवार से आने वाले हरीश ने कुछ समय पहले ही एक अच्छी खासी सरकारी नौकरी को गुड बाय बोला है और अब वे एक 120 एकड़ से भी अधिक जमीन पर एलोवेरा उगा रहे हैं। हरीश धनदेव ने जैसलमेर से 45 किलोमीटर दूर स्थित धाइसर में एक अपनी कंपनी भी खोली है। ‘नचरेलो एग्रो’ नामक यह कंपनी भारी मात्रा में पतंजली को एलोवेरा भी सप्लाई करती है। इससे पतंजली एलोवेरा जूस बनाती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि थार रेगिस्तान में उगने वाले ये एलोवेरा बाकी एलोवेरा से काफी बेहतर होते हैं। देश के साथ साथ विदेशी बाजार में भी इन एलोवेरा की काफी मांग है। हरीश ने कहा कि वे जैसलमेर नगर निगम में जूनियर इंजीनियर के पद नौकरी कर रहे थे। तनख्वाह भी अच्छी थी। उन्होंने कहा, ‘कुछ समय तक नौकरी करने के बाद मेरा मन कुछ और करने का हुआ। इसके बाद नौकरी से इस्तीफा दिया और खेती की ओर कदम बढ़ा दिए। हालांकि, मेरे पास जमीन थी लेकिन कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या खेती की जाए।’ हरीश का कहना है कि पिछले साल दिल्ली में हुए ‘एग्रीकल्चर एक्सपो’ से उन्हें एलोवेरा उगाने का आईडिया मिला। शुरुआत में हरीश ने अपने खेत में तकरीबन 80,000 एलोवेरा के पौधे लगाए और अब इसकी संख्या सात लाख तक पहुंच गई है। पिछले चार महीनों में हरीश 125-150 टन तक एलोवेरा पतंजली आयुर्वेद को बेच चुके हैं।

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नवरत्न मन्डुसिया

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