शनिवार, 18 जून 2011

सामाजिक नवनिर्माण के लिए युवा पीढी आगे आए

बांसवाडा। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया ने सामाजिक नवनिर्माण में युवाओं की अहम् भागीदारी को महत्वपूर्ण बताते हुए युवाओं से सामाजिक नवनिर्माण और राष्ट्रीय उत्थान की गतिविधियों में हिस्सेदारी का आह्वान किया है और कहा है कि देश का भविष्य युवा पीढी के हाथों सुरक्षित है। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया ने शनिवार को बांसवाडा जिला मुख्यालय स्थित श्री गोविन्द गुरु राजकीय महाविद्यालय परिसर में आयोजित चार राजकीय महाविद्यालयों के संयुक्त शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए यह आह्वान बडी संख्या में मौजूद महाविद्यालयी छात्र छात्राओं से किया। समारोह की अध्यक्षता जनजाति क्षेत्रीय विकास, अभाव अभियोग निराकरण तथा तकनीकि एवं अभियांत्रिकी शिक्षा मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने की। समारोह में विशिष्ट अतिथियों के रूप में जिला प्रमुख श्रीमती रेशम मालवीया, बांसवाडा के विधायक अर्जुनसिंह बामनिया तथा गढी क्षेत्रीय विधायक श्रीमती कांता भील उपस्थित थीं। समारोह का शुभारंभ केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया व केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया और अन्य अतिथियों द्वारा वाग्देवी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन तथा पुष्पहार अर्पित कर हुआ। अतिथियों ने गोविन्द गुरु के चित्र पर भी पुष्पहार चढाए। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया ने बांसवाडा के इतिहास में पहली बार आयोजित इस भव्य संयुक्त शपथ ग्रहण समारोह में श्री गोविन्द गुरु राजकीय महाविद्यालय, श्री हरिदेव जोशी राजकीय कन्या महाविद्यालय, मामा बालेश्वरदयाल राजकीय महाविद्यालय कुशलगढ तथा श्री एकलिंगनाथ संस्कृत महाविद्यालय गनोडा से संबंधित छात्र संघ अध्यक्षों क्रमशः प्रकाश बामनिया, संगीता निनामा, सुभाषचन्द्र दामा तथा सोहनलाल डामोर तथा इनकी कार्यकारिणियों के पदाधिकारियों को सामूहिक रूप से पद एवं मर्यादा की शपथ दिलायी और बधाई देते हुए शपथ का पूरा मान रखने को कहा। इस दौरान चारों महाविद्यालयों के सात सात पदाधिकारियों के पंक्तिबद्घ चार समूहों को शपथ ग्रहण करायी गई। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया ने इस मौके पर अपने कॉलेज जीवन का स्मरण करते हुए बडी संख्या में उपस्थित महाविद्यालयी विद्यार्थियों से कहा कि वे दूरदर्शिता, पक्का इरादा और अनुशासन को अपनाते हुए सही दिशा में आगे बढें। भूरिया ने कहा कि छात्र जीवन गीली मिट्टी की तरह है। सृजन की इस प्रयोगशाला में सावधानी से जीवन सँवार लिया जाए तो देश के भावी नागरिक के रूप में कई अहम् जिम्मेदारियों का निर्वाह करने का सामर्थ्य अपने आप आ जाता है। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया ने जरूरतमन्दों और गरीबों की सेवा के प्रति संवेदनशील रहने को आज की जरूरत बताया और कहा कि समाज के दलितों, शोषितों और पीडितों की सेवा को जीवन का ध्येय बना लिया जाए तो वह व्यक्ति सदैव अपराजेय होता है। उन्होंने केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि राजस्थान में जनजातियों के विकास के लिए केन्द्र की ओर से पर्याप्त वित्तीय मदद दी जा रही है। 2010 में 82 करोड की धनराशि तथा 2010 11 में 140 करोड की राशि दी गई। प्रदेश में 32 बालिका आश्रम छात्रावासों के लिए एक एक करोड देने के साथ ही 30 छात्रावासों के लिए एक सौ करोड की राशि मंजूर की गई है। देश में सौ एकलव्य स्कूल स्थापित किए जाएंगे। इनम से प्रत्येक पर बारह करोड की राशि खर्च की जाएगी। प्रदेश में ऐसे 6 स्कूल बनेंगे। इनमें सभी प्रकार की सुविधाएं उपल?ध होंगी। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री ने बताया कि देश भर में छात्रवृत्ति को दुगूना किया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि पायलट बनने के इच्छुकों के लिए प्रशिक्षण, डॉक्टरेट करने वाले और विदेशों में अध्ययन करने जाने वाले जनजाति विद्यार्थियों के लिए सारा खर्च सरकार द्वारा उठाया जाएगा। उन्होंने जनजाति प्रतिभाओं से कहा कि सीमित न रहें बल्कि दुनिया में आगे आएं। भूरिया ने कहा कि श्री गोविन्द गुरु राजकीय महाविद्यालय सहित क्षेत्र के तमाम महाविद्यालयों की समस्याओं के समाधान के लिए सार्थक कार्यवाही की जाएगी। समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान के जनजाति क्षेत्रीय विकास, अभाव अभियोग निराकरण तथा तकनीकि एवं अभियांत्रिकी शिक्षा मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया ने कहा कि दूरस्थ अंचलों के महाविद्यालयों को साधन सम्पन्न बनाया जाकर ही क्षेत्र में अपेक्षित विकास के लक्ष्यों को पाया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने जनजाति क्षेत्रों के महाविद्यालयों पर विशेष ध्यान देने का आग्रह केन्द्रीय मंत्री से किया। इसके साथ ही मालवीया ने बांसवाडा जिले में मेडीकल और आईआईटी आदि संस्थानों की स्थापना पर जोर दिया और कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार के साझा प्रयासों से इस दिशा में पहल हो सकती है। बांसवाडा कॉलेज में प्रशाासनिक भवन बनाने सहित कॉलेजों की समस्याओं के निवारण और विकास के लिए उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के सहयोग से हरसंभव प्रयासों का आश्वासन दिया। केबिनेट मंत्री मालवीया ने विद्यार्थियों से उच्च सेवाओं में जाने तथा ऊँचे लक्ष्यों को सामने रखकर आगे बढने, तकनीकि शिक्षा को आत्मसात करने का आह्वान करते हुए दृढ इच्छाशक्ति के साथ आगे आने को कहा। मालवीया ने कहा कि दनिया के दूसरे मुल्कों के मुकाबले हम प्रतिभाओं के मामले में कहीं आगे हैं, इस बात को प्रकट करने की जरूरत है। बांसवाडा के विधायक अर्जुनसिंह बामनिया ने छात्रसंघ चुनाव की परम्परा को पुनःआरंभ करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और विद्यार्थियों से बांसवाडा की धरती के ऋण को उतारने और नाम रोशन करने के लिए आगे आने का आह्वान किया और कहा कि समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाते हुए बांसवाडा को गौरव प्रदान करें। बामनिया ने रतलाम रेल्वे जंक्शन तक सहज पहुंच के लिए बांसवाडा रतलाम सडक सुदृढीकरण करने और मध्यप्रदेश तथा राजस्थान प्रदेश के बांसवाडा जिले से सटे सीमावर्ती गांवों को आपस में जोडने के लिए सम्फ सडकों का जाल बिछाने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि इन क्षेत्रों का पारस्परिक सामाजिक एवं आर्थिक सम्फ रहा है। गढी क्षेत्रीय विधायक श्रीमती कांता भील ने क्षेत्रीय विकास के लिए महाविद्यालयों के विकास को नितान्त जरूरी बताया और जनजाति उपयोजना क्षेत्र के लिए अधिक से अधिक धनराशि उपल?ध कराने का आग्रह केन्द्रीय मंत्री से किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एम.एल. डांगर ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए सभी चारों महाविद्यालयों का संयुक्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। शपथ ग्रहण के पश्चात मेजबान महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष प्रकाश बामनिया ने छात्र संघों और विद्यार्थी समुदाय की ओर से अतिथियों का भावभीना स्वागत किया और उच्च शिक्षा जगत की समस्याओं और अपेक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए जनजाति क्षेत्र के विद्यार्थियों की विकास संभावनाओं के लिए समुचित अवसरों, मार्गदर्शन एवं संसाधनों की उपल?धता पर बल दिया। समारोह में सभी अतिथियों का भावभीना स्वागत किया गया। संगीत विभाग की छात्राओं ने शास्त्रीय धुन में सुमधुर शारदा वंदना ‘‘जयति वीण वादिनी...’’ प्रस्तुत की। मेजबान महाविद्यालय की छात्राओं ने भावभीना स्वागत गान भी पेश किया। महाविद्यालय की ओर से प्राचार्य प्रो. एम.एल. डांगर, उपाचार्य डॉ. एम.आर. बारूपाल, छात्र संघ परामर्शदाता प्रो. टी.आर. मेघवाल, डॉ. एस.के. सांखला, डॉ. के.एम. सिंघाडा तथा प्रो. बी.एल. मीणा ने अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया। अन्य तीनों महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं मुख्य छात्र संघ परामर्शदाताओं सहित चारों महाविद्यालयों के छात्र संघ अध्यक्षों ने भी सभी अतिथियों को पुष्पहार पहना कर स्वागत किया। अतिथियों को साफे बंधवाए गए। समारोह का संचालन मुख्य परामर्शदाता डॉ. टी.आर. मेघवाल ने किया। अंत में महाविद्यालय के उपाचार्य डॉ. एम.आर. बारूपाल ने आभार प्रदर्शन की रस्म अदा की। समारोह में बांसवाडा नगरपालिका के अध्यक्ष राजेश टेलर एवं उपाध्यक्ष अमजद हुसैन, अर्थशास्त्री प्रो. एन.के. मेहता, समाजसेवी जैनेन्द्र त्रिवेदी, मनीषदेव जोशी, विकेश मेहता सहित काफी संख्या में जन प्रतिनिधि, शिक्षाविद, प्रबुद्घजन और बडी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थ। इससे पूर्व केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री कांतिलाल भूरिया के हैलीकॉप्टर से पहुंचने पर समारोह स्थल के पास ही हेलीपैड पर परम्परागत ढंग से भावभीनी अगवानी व स्वागत किया गया। कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने मंगल कलश सजा, रोली अक्षत से तिलक कर तथा पुष्प पंखुडियाँ बिखेर कर भावपूर्ण स्वागत किया। मेजबान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एम.एल. डांगर, उपाचार्य डॉ. एम.आर. बारूपाल, स्वागत समिति के सदस्यों तथा परामर्शदाता मण्डल ने हार पहना कर तथा गुलदस्ते भेंट कर ‘अतिथि देवो भवः’ की परिकल्पना को साकार कर दिया।

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