नवरत्न मन्डुसिया की कलम से आज मे एक गरीब युवा नेता की कहानी आपके सामने बताने जा रहा हूँ पूरण मल मेघवाल राजस्थान प्रांत के एक दलित समुदाय से अपना लिंक रखते है और दलित होने पर भी बहूत गर्व महसूस करते है और मेघवाल की सबसे खास बात यह है की यह मानवता पर विश्वास रखते है और सर्व समाज को अग्रणी मानते है पूरण मल मेघवाल नागौर के नावा तहसील के डेड्या क बास के रहने वाले है प्राराम्भीक शिक्षा अपने गाँव से की और जब कॉलेज आये तो इन्होने बी.ए की पढ़ाई की और साथ साथ जोधपुर टेक्निकल के कॉलेज से आई.टी.आई विधुतकार से की वेसे पूरण मल मेघवाल का सपना टेक्निकल लाइन मे जाने का था लेकिन जब इनको कॉंग्रेस पार्टी ने जिला परिषद का टिकट दे दिया तो इनका ध्यान गरीबो की सेवा करना और सर्व समाज को साथ मे लेकर चलना आदि मे हो गया है पूरण मल मेघवाल की राजनीति गतिविधिया छात्र जीवन से ही थी पूरण मल मेघवाल वर्तमान मे राजस्थान प्रांत के नागौर जिले के जिला परिषद सदस्य है और नावा यूथ कांग्रेस महासचिव विधानसभा क्षेत्र नावा है तथा समाज को भी साथ मे लेकर चलने के कारण मेघवाल विकास समिति राजस्थान नागौर के प्रभारी भी है ।किसान परिवार के एक छोटे से गांव ‘डेड्या का बास नागौर ’ के इस लड़के ने बहुत लंबा सफर तय किया है।
बचपन में ही पूरण मल मेघवाल ने अपने घर परिवार और समाज का साथ दिया है परिवार का गुजर बसर चलाने के लिए पूरण मल मेघवाल ने अपनी मां के साथ खेती की, हल चलाया, जंगल से लकड़ी लाए और पशु पालन किया। इससे किसी तरह घर का गुजारा चल सका। घर के सारे काम करते हुए गांव के पास ही के स्कूल में पूरण मल मेघवाल ने पढ़ाई लिखाई की।
गाँव के कई सारे बच्चों के तरह पूरण मल मेघवाल कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए गाँव के पास कॉलेज गए। लेकिन परिवार की हार्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि बगैर काम किए वो पढ़ सकें। उन्होंने कुछ दिन राजस्थान में गुजारे। जब कोई काम नहीं मिला,तो अपने खेत खलीयान को ही सबसे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग समझा जिससे गुजारा चल सके, तो मजबूरन बी.ए की पढ़ाई तो जेसे तेसे की लेकिन जीवन का एक ही उद्देश्य मानते हुवे कभी हार नही मानी पूरण मल मेघवाल के दो दोस्तो ने भी पूरण मल मेघवाल की बहूत सहायता की और हर दुःख सुख मे महत्वपूर्ण योगदान दिया पूरण मल मेघवाल आज भी दो दोस्तो पर बहूत विश्वास रखते है वे है मिन्डा देवली के पेशे से अध्यापक नाथूराम वर्मा और दूसरा दोस्त घरवाणी के पेशे से सरकारी मेडिकल लाइन के सुरेश बेसरवाड़ीया (मेघवाल) है पूरण मल मेघवाल को राजनीति क्षेत्र मे आगे बढ़ने के लिये हमेशा प्रेरित करते रहते है और पूरण मल मेघवाल हमेशा ही सर्व समाज को साथ लेकर चलने वाले युवा नेता है पूरण मल मेघवाल जब खेती का काम करने लगे तो इनके पिताजी को बहूत गर्व महसूस हुवा और बाद मे पूरण मेघवाल के पिता जी भी अच्छी नौकरी मिल गयी थी और धीरे धीरे इनकी आर्थिक स्थिती भी मजबूत होती गयी आज वर्तमान मे पूरण मल मेघवाल के परिवार की आर्थिक लिंक बिल्ट बहूत मजबूत हो गया है अब वर्तमान मे पूरण मल मेघवाल समाज सेवा करते है और गरीबो को सहायता करते रहते है
गांव में रहते हुए भी पूरण मल मेघवाल राजनीतिक समझ रखते थे और स्थानीय मुद्दों को लेकर बहुत मुखर थे।वहीं दूसरी तरफ उनके करीबी रहे मिन्डा के नाथूराम वर्मा और घरवाणी के सुरेश कुमार वर्मा (मेघवाल) बताते हैं कि के शुरू से ही राजनीति मे अव्वल रहे है वहीं से उन्होंने राजनीति की बारिकियों को समझा। नागौर सेजिला परिषद सदस्य का भी उनके लिये चुनौती बन गयी थी लेकिन अपने आप पर पूरा विश्वास करके चुनाव की तैयारियों की जिम्मेदारी भी ली और चुनाव भी लड़े और जीते भी थे यही वजह थी जब पहली बार पूरण मल मेघवाल ने चुनाव लड़ा उस वक्त उनका नारा था नागौर की तर्ज पर विकास ही मेरा परम धर्म है चुनावों में नावा विधानसभा सीट के कई गांवों का दौरा पूरण मल मेघवाल और उनके समर्थकों ने पैदल चलकर किया। चुनावों में जहां जहां पूरण मल मेघवाल पैदल गए थे, और थोड़ी गाडियो का भी प्रयोग किया उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए एक जिला परिषद सदस्य रहते हुए हर संभव प्रयास करने का सच्चा वादा भी किया और आज वर्तमान समय मे निभा भी रहे है
शायद यही वजह है नाँवा क्षेत्र में पूरण मल मेघवाल सबसे अधिक लोकप्रिय नेता हैं और उन्हें अपार जनसमर्थन प्राप्त है। आने वाले सालों में पूरण मल मेघवाल नाँवा विधानसभा और नागौर लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं।और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। पूरण मल मेघवाल जैसे साधारण आदमी का नेता बन जाना किसी चमत्कार से कम नही है :- नवरत्न मन्डुसिया की कलम से