नवरत्न मन्डुसिया की कलम.से युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्वतन्त्र पत्रकार राजेन्द्र लहुआ बाड़मेर मे जबरदस्त चमक
राजेन्द्र लहुआ का जन्म 22 फरवरी 1995 को अम्बेडकर कॉलोनी बाड़मेर में हुआ । इनके पिता श्री दुर्गाराम लहुआ व माता जी शान्ति देवी के साथ परिवार में छोटी बहिने है । लहुआ को शुरू से ही पालन पोषण के साथ साथ उच्च संस्कार भी दिये गए । लहुआ को दादी जी व नानी जी के गोद मे खेलने का सौभाग्य प्राप्त नही हुआ ।
राजेन्द्र लहुआ GNM नर्सिंग फाइनल ईयर में अध्ययनरत है । साथ ही स्वयसेवी संस्था श्री ए.एम.जी सेवा संस्थान बाड़मेर के अध्यक्ष है । लहुआ सोशियल साइटों फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ट्विटर, ब्लॉगर पर हमेशा सक्रिय रहते है । व समाज की प्रत्येक खबरों को सोशियल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे तक पहुचाते है ।
इसके साथ कई सामाजिक संगठन व संस्थानों से जुड़े हुए है। लहुआ कहते है कि मुझे गर्व है कि मेरा जन्म ऐसे समाज मे हुआ जिस समाज मे कई महान महापुरुषों ने जन्म लिया ।
लहुआ संस्थान में रहते हुए बाल विवाह, मृत्युभोज, बालिका अशिक्षा, अंधविश्वास जैसी कुरीतियो को मिटाने के कार्य कर रहे है ।
राजेन्द्र लहुआ के पिता श्री दुर्गाराम लहुआ जो दोनों पैरों व एक हाथ से विकलांग है व वर्तमान में LDC जिला परिषद बाड़मेर में कार्यरत है । गर्व की बात यह है की समाज कल्याण राजस्थान सरकार ने 1995 विकलांग कल्याण के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य हेतु में राज्य स्तरीय पुरस्कार देना प्रारम्भ किया तो राजस्थान का प्रथम राज्य स्तरीय पुरस्कार श्री दुर्गाराम लहुआ को दिया गया ।
इसके पश्चात 2001 को जिला स्तर पर सम्मानित किया गया । राजेन्द्र लहुआ अपने पिता जी व दादा जी से प्रेरणा लेकर समाज के युवाओं जाग्रति फैलाने का कार्य कर रहे है । श्री ए.एम.जी सेवा संस्थान के प्रगति यूथ क्लब में आज बाड़मेर में लगभग हर गांव सेे कार्यकर्ता है कुल मिलाकर एक हजार से ज्यादा युवा उनके साथ मिलकर कार्य कर रहे है । लहुआ को समाजसेवा की प्रेरणा उनके दादा श्री लीलाराम जी व पिता श्री दुर्गाराम जी से मिली । उनका लक्ष्य एक सफल बिजनेसमैन के साथ समाज सेवक भी बनना है :- नवरत्न मन्डुसिया की कलम से
1 टिप्पणी:
हमारे बाङमेर के चमकते सितारे है हमे गर्व है हमारे समाज मे आप जैसे Youth icon है
एक टिप्पणी भेजें