राजनीतिक दलों ने अपने लाभ के लिए दलितों का भरपूर उपयोग किया है। दलित समाज आज भी याचक की भूमिका में खड़ा है। आरक्षण देने मात्र से दलितों का भला नहीं हो गया। अब कमजोर तबकों को उठकर अपने हक के लिए सही ढंग से लड़ाई लड़ना होगी। दलितों को सामाजिक न्याय पूरी तरह नहीं मिला है।
यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने नीमच के दशहरा मैदान में आयोजित सर्व मेघवंश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। बारिश में भीगने के बावजूद श्री मेघवाल बोलते रहे। लोगों ने भी उन्हें धैर्यपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि मेघवंशियों को अन्य समुदायों की तुलना में राजनीति में आगे आने के अवसर मिलने चाहिए। उन्होंने मेघवंशियों को चेताया कि शराब और नोटों के बदले वोट देने की कुप्रथा पर लगाम लगाएँ। देशभर में मेघवंशियों का जनजागरण अभियान चलाया गया है।
मेघवंश के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने कहा कि आज भी भारत में 25 करोड़ मेघवंशी गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें अपने हक के लिए आगे लाना हमारा उद्देश्य है। मेघवंश के राष्ट्रीय महामंत्री प्यारेलाल रांगोठा ने कहा कि मेघवंश को अपना इतिहास जानना चाहिए। सर्व मेघवंश की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमिला एस कुमार साधौ ने कहा कि समाज में बालिकाओं को शिक्षित करें, उन्हें आगे आने के अवसर दें। समाज के विकास में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र परिहार ने मेघवंश को आरक्षण देने, मेघवंश को धर्मशाला एवं छात्रावासों के लिए जमीन आवंटित करने सहित 9 मुद्दों का ज्ञापन पढ़ा, जिसे बाद में केंद्रीय प्रतिनिधियों को सौंपा गया। राष्ट्रीय महासचिव प्रभुलाल चंदेल ने मेघवंश के उत्थान के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही।
इससे पूर्व सर्व मेघवंश समाज द्वारा नगर में रविवार दोपहर 12 बजे आंबेडकर चौराहे से रैली निकाली गई। मुख्य मार्गों से होती हुई रैली दशहरा मैदान पर सभा में परिवर्तित हुई। रविदास भक्त मंडल उज्जैन द्वारा मीरा के भजनों की प्रस्तुति दी गई। इससे पूर्व मेघ चालीसा का पाठ किया गया। संचालन किशोर जेवरिया ने किया।
यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल ने नीमच के दशहरा मैदान में आयोजित सर्व मेघवंश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। बारिश में भीगने के बावजूद श्री मेघवाल बोलते रहे। लोगों ने भी उन्हें धैर्यपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि मेघवंशियों को अन्य समुदायों की तुलना में राजनीति में आगे आने के अवसर मिलने चाहिए। उन्होंने मेघवंशियों को चेताया कि शराब और नोटों के बदले वोट देने की कुप्रथा पर लगाम लगाएँ। देशभर में मेघवंशियों का जनजागरण अभियान चलाया गया है।
मेघवंश के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने कहा कि आज भी भारत में 25 करोड़ मेघवंशी गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें अपने हक के लिए आगे लाना हमारा उद्देश्य है। मेघवंश के राष्ट्रीय महामंत्री प्यारेलाल रांगोठा ने कहा कि मेघवंश को अपना इतिहास जानना चाहिए। सर्व मेघवंश की महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमिला एस कुमार साधौ ने कहा कि समाज में बालिकाओं को शिक्षित करें, उन्हें आगे आने के अवसर दें। समाज के विकास में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र परिहार ने मेघवंश को आरक्षण देने, मेघवंश को धर्मशाला एवं छात्रावासों के लिए जमीन आवंटित करने सहित 9 मुद्दों का ज्ञापन पढ़ा, जिसे बाद में केंद्रीय प्रतिनिधियों को सौंपा गया। राष्ट्रीय महासचिव प्रभुलाल चंदेल ने मेघवंश के उत्थान के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही।
इससे पूर्व सर्व मेघवंश समाज द्वारा नगर में रविवार दोपहर 12 बजे आंबेडकर चौराहे से रैली निकाली गई। मुख्य मार्गों से होती हुई रैली दशहरा मैदान पर सभा में परिवर्तित हुई। रविदास भक्त मंडल उज्जैन द्वारा मीरा के भजनों की प्रस्तुति दी गई। इससे पूर्व मेघ चालीसा का पाठ किया गया। संचालन किशोर जेवरिया ने किया।
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