नवरत्न मन्डुसिया की कलम //शेखावटी मेघवंश समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति, नीमकाथाना के तत्वावधान में शेखावाटी मेघवंश समाज का 5वां निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन (भागचन्द स्टेडियम), खाटूश्यामजी जिला सीकर में हुआ। शेखावाटी मेघवंश समाज ने सोमवार को सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया. इस सम्मेलन में 51 जोड़ों का विवाह आयोजित किया गया. समाज द्वारा सभी दलों की सामूहिक रूप से बिंदोरी निकाली गई और खाटूश्यामजी के मुख्य बाजार से गुजरी.
मेघवंश समाज के खाटूश्यामजी होते से शुरू हुई बिंदोरी भागचंद स्टेडियम पर सम्मेलन आयोजन स्थल पर पहुंची, जहां सभी जोड़ों का परिणय कार्यक्रम कराया गया. वहीं यह परिणय कार्यक्रम विधिवत वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ हुआ.इस सम्मेलन की विशेषता ये रही कि लड़का और लड़की दोनों ही पक्ष से समाज द्वारा एक भी रुपया नहीं लिया गया. सारा खर्चा समाज ने ही वहन किया और पूरे परिवार को बसाने के लिए जिन-जिन वस्तुओं की आवश्यकता होती है वह वस्तुएं सभी जोड़ों को दी गईं. समाज के इस पहले आयोजन पर सभी लोगों ने सराहना करते हुए समाज बंधुओं का धन्यवाद ज्ञापित कर उन्हें बधाई दी. इस मौके पर मेघवंश समाज के प्रदेश भर से आए लोगों ने हिस्सा लिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी थे एवं अध्यक्षता संसदीय सचिव डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल ने की। सीकर विधायक रतनलाल जलधारी, अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद के अध्यक्ष आर.पी. सिंह, राष्ट्रीय स्वाभिमान सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्दपाल वर्मा, डा. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष भजनलाल रोलन एवं पूर्व विधायक केशर देव बाबर विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय स्वाभिमान सेवा समिति के अध्यक्ष नरेन्द्रपाल वर्मा ने अपने सम्बोधन में समाज में सामूहिक विवाह को अधिक से अधिक तादाद में आयोजित करने की अपील करते हुए कहा कि इससे व्यर्थ में व्यय होने वाले श्रम, धन व समय की बचत हो सकती है।
इस अवसर पर आयोजन समिति अध्यक्ष कानदास महाराज, उपाध्यक्ष मंगलचन्द जाखड, महासचिव भंवर लाल वर्मा राकेश मन्डुसिया सुरेरा ,कोषाध्यक्ष बालकिशन वर्मा भीम आर्मी के सीकर के मीडीया प्रभारी प्रहलाद बरवड़ भीम आर्मी दांतारामगढ़ के अध्यक्ष नवरत्न मन्डुसिया सुरेरा उपाध्यक्ष दयालचंद मन्डुसिया जालुन्ड भीम आर्मी सीकर के महासचिव धर्मेंद्र वर्मा सचिव अनिल बराला और भीम आर्मी भारत एकता मिशन सीकर अध्यक्ष श्यामलाल मेघवाल खंडेला भीम आर्मी के उपाध्यक्ष कृष्ण वर्मा भीम सेना राजस्थान के अनिल तिरदिया आदि शामिल हुवे सहित समिति के समस्त पदाधिकारीगण एवं समाज बंधु हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।
भामाशाह राकेश मन्डुसिया का योगदान
सब जानते है आज के जमाने में कोई भी व्यक्ति बिना स्वार्थ काम नहीं करतें है लेकिन राकेश मन्डुसिया बिना स्वार्थ समाज सेवा कर रहे ¦ राजस्थान प्रांत के सीकर जिले के दांतारामगढ़ तहसील के सुरेरा गांव जन्मे राकेश मन्डुसिया शुरू से ही समाज सेवा में अव्वल है हमेशा लोगों को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करतें रहते है दिनांक 25/12/2017 को होने वाले मेघवंश बलाई समाज सामूहिक निशुल्क विवाह सम्मेलन में राकेश मन्डुसिया ने 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देकर मानव सेवा के धर्म को निभाया है हमेशा गरीब वंचित लोगों को सहायता करतें रहते है राकेश मन्डुसिया पेशे से सरकारी व्याख्याता अजमेर में पोस्टेड है और राकेश मन्डुसिया की धर्मपत्नी रेशम बराला सरकारी टीचर है जिस समय इनकी शादी हुवी थी उस समय राकेश मन्डुसिया ने दहेज में मात्र एक रुपया लिया था राकेश मन्डुसिया अम्बेडकरवादी विचारधारा के है और सच्चे अम्बेडकर के अनुयायी है //नवरत्न मन्डुसिया की कलम से
हमारे उद्देश्य: - मेघवाल समुदाय समृद्ध सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, मानसिक और सांस्कृतिक. मृत्यु भोज, शराब दुरुपयोग, बाल विवाह, बहुविवाह, दहेज, विदेशी शोषण, अत्याचार और समाज और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर अपराधों को रोकने के लिए और समाज के कमजोर लोगों का समर्थन की तरह प्रगति में बाधा कार्यों से छुटकारा पाने की कोशिश करेंगे :- नवरत्न मन्डुसिया
सोमवार, 25 दिसंबर 2017
शेखावाटी मेघवंश (बलाई समाज) का सामूहिक निशुल्क विवाह सम्मेलन आयोजीत हुवा
बुधवार, 13 दिसंबर 2017
खाटूश्यामजी मे होगा 25 दिसम्बर 2017 को बलाई समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन
नवरत्न मन्डुसिया की कलम से //बेटा अंश है तो बेटी वंश है, बेटा आन है तो बेटी शान है, का संदेश देते हुए राज्य स्तरीय सामूहिक विवाह व पुर्नविवाह सम्मेलन 25 दिसम्बर को आयोजित किया जाएगा।बलाई समाज के पंचम सामूहिक विवाह समेलन जो कि 25 दिसम्बर को खाटु श्याम जी में होने जा रहा हे। 71 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधने जा रहे हे 71 का रजिस्ट्रेशन हो चूका हे। में आप सभी से इसे सफल बनाने की प्रार्थना करता हूँ।आप लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्तित होकर नव् दंपतियों को आशीर्वाद प्रदान करे व अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करके इस विवाह समेलन को सफल बनायें। लगभग 50 हजार की संख्या में समाज व् अन्य लोगो के शिरकत करने की उमीद हे। बहुत सारी व्यवस्थाये करने ह जो आपके सहयोग के बिना संभव नहीं है। अतः आप अपने तन मन व् धन से इसे सफल बनायें। बहुत सारे कार्यकर्ताओ की आवश्यकता है तथा बारात व कलश यात्रा निकाली जाएगी। जहां आयोजन स्थल पर बारातियों का स्वागत किया जाएगा। इस मौके पर वर-वधुओं का पणिग्रहण संस्कार कराने के साथ ही समाज की भामाशाहों, मुख्य अतिथियों व प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा। बलाई समाज सहित बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित व गणमान्य लोग व समाजबंधु कार्यक्रम में शिकरत करेंगे
शनिवार, 2 दिसंबर 2017
बाड़मेरी सुमन मेघवाल को डॉक्टर अम्बेडकर नेशनल मेरिट अवार्ड से नवाजा
मन्डुसिया न्यूज़ ब्लॉग // सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अधीन कार्यरत डा.अम्बेडकर प्रतिष्ठान की ओर से प्रदान किए जाने वाले डा.अम्बेडकर नेशनल मेरिट अवार्ड के लिए बाड़मेर की सुमन परमार का चयन हुआ है।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने गुरूवार को सुमन को 60 हजार का चैक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
बाड़मेर निवासी सुमन परमार पुत्री टीकमदास परमार ने सीनियर सैकंडरी परीक्षा 93.20 फीसदी अंक प्राप्त किए है। उसका डा.अम्बेडकर नेशनल मेरिट अवार्ड के लिए चयन होने पर 60 हजार का चैक एवं प्रशस्ति पत्र बाड़मेर भिजवाया गया।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद_मदान_नकाते ने सुमन को प्रशस्ति पत्र सौंपते हुए कहा कि वह अपने पर नकारात्मक पक्ष को हावी नहीं होने दें। उन्होंने सुमन से पूछा कि वह क्या बनना चाहती है, इस पर सूमन ने बताया कि वह डाक्टर बनना चाहती है। जिला कलक्टर ने उसको प्रोत्साहित करते हुए सफलता के लिए निरंतर प्रयास जारी करने के लिए कहा। इस अवसर पर जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गुंजन सोनी उपस्थित रहे। यह अवार्ड अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियो को दिया जाता है जो अव्वल आते है। सुमन परमार सीनियर सैकंडरी जीव विज्ञान विषय में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रही हैं। पूरे प्रदेश में यह एक मात्र बालिका है जिसको डा.अम्बेडकर नेशनल मेरिट अवार्ड से नवाजा गया है।
●: राजेन्द्र लहुआ बाड़मेर :●
मंगलवार, 21 नवंबर 2017
इस नुस्ख़े से आप भी निजात पा सकते हैं दांत के दर्द से
नवरत्न मन्डुसिया की कलम से //अगर आपके भी दांतों में दर्द की शिकायत रहती है तो आप इस नुस्खे को अपनाकर अपने दांत के दर्द से निजात पा सकते हैं। एक कटोरे में नीबूं का रस निकालें और उसमे थोड़ा सा फिटकरी मिला दें। इन दोनों चीज़ों को मिलकर मिश्रण बना लें और जिस दांत पर दर्द हो रहा हों उसके ऊपर मॉल दें। थोड़ी देर के बाद मुँह को खुला छोड़ दें और लार टपकने दें। लार के साथ- साथ सारे कीटाणु भी दांत के बाहर निकला जाते हैं और दांत दर्द से निजात मिलता है। इस प्रक्रिया के लिए आपको सिर्फ निम्बू और फिटकरी चाहिए होता है। इस प्रक्रिया को नियमित रूप कुछ दिनों तक करने से दांत के दर्द से छुटकारा मिलता है। नवरत्न मन्डुसिया की कलम से
शादी हो या पार्टी कहीं जानें से पहले अपने चेहरे को गोरा बनाने के लिए करें ये जबरदस्त उपाय, मिनटों में ही दिख जाएगा असर
रविवार, 19 नवंबर 2017
फोन या सार्वजनिक स्थान पर SC/ST के खिलाफ जातिसूचक शब्द कहना अपराध : सुप्रीम कोर्ट
शुक्रवार, 17 नवंबर 2017
सहारनपुर बवाल: जानिए क्या है भीम आर्मी और कौन हैं इसके संस्थापक
जातीय सेनाओं ने हरेक जाति को एक राष्ट्र बना दिया :- भँवर मेघवंशी
महोदय ,इस देश मे अब हर चीज़ सड़क छाप गुंडे तय करेंगे ? संविधान द्वारा दिये गए नागरिक अधिकारों का इन जाति सेनाओं ने अपहरण कर लिया है और उनके विरुद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नही की जाती है ,यह कैसी बेबसी है महामहिम ?
मेघवाल समाज का तीसरा सामूहिक विवाह सम्मेलन 19 नवंबर 2017 को, सगाई की रस्म आयोजित*
जयपुर के रामपुरा डाबड़ी में होगा आयोजन
भीम प्रवाह न्यूज/जयपुर। बलाई समाज सामूहिक विवाह समिती और मेघवंश जाग्रति संस्थान, नीमकाथाना (सीकर) के संयुक्त तत्वावधान में बलाई समाज का तृतीय सामूहिक विवाह सम्मेलन रविवार 19 नवंबर 2017 को कांदेला कृषि फार्म हाऊस, रामपुरा डाबड़ी, एन एच. 11(52), सीकर रोड़, तह. आमेर , जि. जयपुर पर आयोजित होगा।
सगाई की रस्म आयोजित
तृतीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का सगाई समारोह 12 नवंबर को आयोजित किया गया । जिसके मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष डॉ. रणजीत महरानियां थे। अध्यक्षता विवाह समिति अध्यक्ष चांदमल काला ने की। सभी जोड़ो को डॉ. रणजीत मेहरानियां की तरफ से बरी का बेस व सूट का कपड़ा भेंट किया गया ।
यह जानकारी देते हुए विवाह सम्मेलन के संयोजक सोदागर कांदेला ने बताया कि समाज के सभी लोगो के सहयोग व आशीर्वाद से बलाई समाज को खर्चीली शादियों व दहेज से मुक्ति दिलाने हेतु प्रथम प्रयास में 5 दिसंबर 2015 को 13 जोड़ो का व व्दितीय प्रयास में दि. 20 नवंबर 2016 को 21 जोड़ो का भव्य सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन कर समाज सुधार व उत्थान का एक नया आयाम स्थापित करने का प्रयास विवाह समिती व्दारा किया गया। इसी प्रकार समाजोत्थान हेतु हमारी दोनो संस्थाओ व्दारा तृतीय प्रयास के रूप में *(रविवार 19 नवंबर 2017)* को पुन: 51 जोड़ो के सामूहिक विवाह सम्मेलन का लक्ष्य रखा गया हैं। विवाह हेतु योग्य जोड़ो से 11,000/- रुपए आर्थिक सहयोग व 500/- रूपये रजिस्ट्रेशन शुल्क के तय किया गया है।
शनिवार, 11 नवंबर 2017
मेघवंश समाज के पर्यायवाची नामों की राज्यवार तालिका
अरुणाचल प्रदेश – ऋषि, मुची, महार
असम – मुचि, ऋषि, महार, बरुवा, पान
बिहार – घासी, घसीया, तांती, तन्तुवा, दुसाध, मुची
चंडीगढ़ – रामदासी, कबीरपंथी, जुलाहा, कोरी, कोली, मेघ
दादर नगर हवेली – मैघ्यावंशी, महार
दिल्ली – बलाई, रामदासिया, कबीरपंथी, कोली, मेघवाल
गुजरात – मेघवाल, मेघवार, मैह्यवंशी, भांबी, बंभी, रोहिदास, रोहित, बणकर, मारू
गोवा दमन दीव – मेघ्यावंशी, महार
हरियाणा – मेघ, मेघवाल, कोरी, कोली, महाशय, कबीरपंथी, जुलाहा, रामदासिया, बलाही, जाटव, जाटवा, भांबी
हिमाचल – मेघ, कोरी, कोली, महाशय, कबीरपंथी, जुलाहा, बलाही, जाटव, जाटवा, भांबी
जम्मू-कश्मीर – मेघ, कोरी, कबीरपंथी, जुलाहा, रामदासिया
कर्नाटक – मादिगा, सूर्यवंशी, पदमशाली, भांबी, भांभी, मदार, रोहिदास
केरल – वेल्लुवन, मुची
मध्यप्रदेश – मेघवाल, मेहरा, मेहर, महार, बलाई, भांबी, रामनामी, सतनामी, घासी, धानिया, कोरी, कोली
महाराष्ट्र – मेघ, मेघवाल, मेघवार, बलाई, भांबी, बंभी, सतनामी, सूर्यवंशी, घासी, घसिया, कोरी, मेहरा, मुची, मादिगा, मदार, महार, मेगु, मैह्यवंशी, कोरी
मणीपुर – मेघायल, ऋषि, मपची, रविदास
मिज़ोरम – ऋषि, मुची, कबीरपंथी, जुलाहा, महार
मेघालय – मुची, ऋषि, महार
ओड़िशा – सतनामी, मारू, घरसी, घसिया, कोरी, भापिग, मुची, मादिगा, महार, मेहरा
पांडिचेरी – मादिग, वेल्लुवन
पंजाब – मेघ, कोरी, कबीरपंथी, जुलाहा, रामदासी
राजस्थान – मेघ, मेघवाल, मेघवार, मेघवंश, मेघवंशी, मैह्यवंशी, बलाई, राजबलाई, भांबी, लाटवा, मारू, बणकर, बुनकर, कोरी, साल्वी, सूत्रकार, ऋषि, रिखिया, छड़ीदार, चोबदार, बैरवा, जाटव
तमिलनाडु – कोलियान, मादिगा, वेल्लुवन, मुची
त्रिपुरा – बागड़ी, घासी, घसिया, कोल, कोरी, कोरा, कोट, मुची
उत्तर प्रदेश – बलाई, बलाही, घसिया, कोल, कोरी, कोरवा, कोट, शिल्पकार, तंतुवाय, धूसिया, जूसिया, जाटव
पश्चिम बंगाल – मुची, ऋषि, घासी, म्हार
गुरुवार, 19 अक्टूबर 2017
जानिये चेक बाउंस (अनादर) मामले मे सजा क्या होती है
सोमवार, 16 अक्टूबर 2017
भँवर मेघवंशी ने किया अपना देहदान
मैं जो भी हूँ ,आप सबके प्यार ,स्नेह और मार्गदर्शन की वजह से हूँ। इसलिए आप सबका खूब खूब धन्यवाद ,साधुवाद,आभार ।
आज(25 फरवरी 2017) को 42 साल पूरे हुए ,43 वा प्रारम्भ हुआ। हालाँकि यह दिन भी और दिनों जैसा ही है। अलग कुछ भी नहीं । लेकिन कई वर्षों की एक इच्छा को आज पूरा होते देख रहा हूँ । एक जरुरी फैसला जो कि कुछ वर्षों से लंबित था ,वह ले पाने का सुकून महसूस रहा हूँ ।
कई बरसों से देह दान की इच्छा रही ,वह अब जा कर साथी कमल टाँक एवं ललित दार्शनिक के सहयोग से पूरी हुई। मैं हृदय से आभारी हूँ कमल जी और ललित जी का कि उनकी मदद से यह महत्वपूर्ण कार्य हो सका। आभारी हूँ अपने परिजनों का भी कि उन्होंने सहमति दी।
कई सालों से मेरा यह सोच रहा है कि आखिरी सांस तक जमकर देश और समाज के लिए काम किया जाये और जब मौत आ जाये तो उसके बाद इस देह का उपयोग मेडिकल छात्रों के शोध व अध्ययन के लिए हो ।
मैं इस मौके पर कहना चाहता हूँ कि मेरी स्वाभाविक मौत हो या अस्वाभाविक ,घर पर हो या सड़क पर अथवा आंदोलन या अभियान में । मौत के तुरंत बाद बिना कोई रीति रिवाज किये शांतिपूर्ण ढंग से देह को एस एम एस मेडिकल कॉलेज ,जयपुर को दे दिया जाये।
अपनी देह को जलाने या दफनाने के काम के बजाय मैं यही पसंद करूँगा कि वह मेडिकल विज्ञान के लिए काम आये ।अगर कुछ अंग जरूरतमंदों के लिए उपयोगी हो तो उन्हें भी काम में ले लिया जाये।
मैं किसी प्रकार का अंतिम संस्कार नहीं चाहता । कोई तीसरा या उठावना नहीं चाहता और ना ही 12 दिन तक बैठ कर शोक मनाने के निठल्ले काम से मेरी सहमति है। किसी तरह की शोक सभा नहीं की जानी चाहिए :, मृत्युभोज और गंगा जल ,पिंडदान तथा तर्पण और नदी नाले में ले जा कर अस्थियों के विसर्जन जैसी अवैज्ञानिक चीजे तो कतई नहीं की जाये,क्योकि इनमें मेरा कोई यकीन नहीं है।
आत्मा की शांति ,परमात्मा की प्राप्ति ,स्वर्ग- नरक तथा पुनर्जन्म जैसे खोखले शब्दों से मैं स्वयं को दूर करता हूँ।मैं नहीं चाहता कि मेरे विदा होने के बाद किसी तरह की स्मृति बाकी रहे ,किसी समाधि ,किसी मूर्ति या किसी चित्र की कोई आवश्यकता नहीं है।
अगर आप मुझसे प्यार करते है तो मेरे मरने के बाद नहीं ,मेरे जीते जी साथ जुड़े ,सहयोग करें और वंचितों ,पीड़ितों ,दलितों ,दमितों के लिए न्याय और समानता पर आधारित समाज रचना के अभियान में साथ चलें ।
सब कुछ इस लोक में कीजिये ,परलोक में मेरा विश्वास नहीं है ।सब कुछ जीते जी ,अभी और यहीं ,बाद मरने के कुछ भी मान्य नहीं होगा।
भँवर मेघवंशी जी लब्ज
शुक्रवार, 29 सितंबर 2017
धारा 376 मे जानिए क्या सज़ा होती है
भारतीय कानून या CRPC IPC (Indian Panel Code) महिला के साथ जबरन Sex Rape या बलात्कार की गंभीर श्रेणी में गिना जाता है बलात्कार के अपराधी पर संगीन धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता व इसी के तहत सजा देने का प्रावधान है हम यहाँ पर जानेंगे के IPC 376 Dhara के बारें में और जानेगे क्या सजा हो सकती है आईपीसी की धारा 376 में Maximum सजा कितनी हो सकती है आईपीसी की धारा 376 में मुकदमा चलाया जाता और है और यदि Crime Prove हो जाता है तो तो दोषी या अपराधी को Minimum सात साल (7 years और Maximum दस साल (10 वर्ष) की सजा के साथ with Fine का भी प्रावधान है अभी पीछे ही इसमें Amendment किया गया था जिसमे की शोषित महिला को जल्दी न्याय मिल सके इसके लिए Fast Track Court में सुनवाई की जाती है क्या पत्नी से जबरन सेक्स को भी बलात्कार की श्रेणी में गिना जाता है यदि अमुक व्यक्ति ने महिला से बलात्कार किया है जोकी अपराधी की पत्नी है, और पत्नी की आयु 12 वर्ष से कम नहीं है (क्योंकि 18 वर्ष से कम भारत में विवाह वर्जित या कानूनी मान्यता नही है), तो आरोप सिद्ध होने पर अपराधी 2 years की Punishment हो सकती है या जुर्माना भी लगाया जा सकता है हालाँकि कई मामलों में Court Sufficiant और resonable avidence से सजा को कम कर सकती हैं अब बात हो गयी धारा 376 की लेकिन Dhara 375 Section क्या होती है? IPC की धारा 376 से खौफ खाते हैं अपराधी (ipc 376 in hindi) Rape को Defines करती है Section IPC की धारा 375, यदि अमुक पुरुष किसी महिला के साथ इच्छा के विरुद्ध सेक्स करता है, तो उसी को बलात्कार कहते हैं चाहे किसी कारण से सम्भोग क्रिया पूरी हुई हो या नहीं लेकिन कानूनन वह बलात्कार ही कहलायेगा, हालाँकि की इस अपराध के लिए अलग-अलग हालात और Category के हिसाब से इसे Section 375, 376, 376A, 376B, 376C, 376D के रूप में Divide किया गया है. What Say IPC Section धारा 375 कोई पुरुष किसी महिला की इच्छा विरुद्ध, उसकी सहमति के बिना, उसे धमकाकर डराकर, दिमागी रूप से कमजोर या पागल महिला को धोखा देकर उसका नकली पति बनकर और महिला को शराब या अन्य नशीले पदार्थ के कारण होश में नहीं होने पर उसके साथ सम्भोग (sex ) करता है तो वह रेप ही माना जाएगा यदि महिला 16 years से कम Age की है तो उसकी इच्छा या बिना सहमति के होने वाला सम्भोग भी बलात्कार ही माना जायेगा यदि कोई पुरुष पति अपनी 15 वर्ष से कम उम्र की wife के साथ सम्भोग करता है तो वह भी रेप की श्रेणी में गिना जायेगा इन सभी स्थितियों में आरोपी को सजा हो सकती है हर स्थिति में लागू होता है यह कानून (Section 376 in The Indian Penal Code) Subsection (2) के अन्तर्गत बताया गया है कि कोई Investigation Officer (Police Officer) या Public Servant अपने पद और Administrative Powers और Positions का फायदा उठाकर उसकी Custody या उसकी Subordinate महिला Officer या Employee के साथ Sex करेगा, तो वह भी बलात्कार माना जाएगा यह Law जेल, Hospitals , Government Offices, Child and Woman सुधार गृहों पर भी लागू होता है उपरोक्त बताये दोषियों को कठोर कारावास समेत अधिकतम सजा होगी जिसकी अवधि दस वर्ष से कम नहीं होगी
नवरत्न मन्डुसिया
खोरी गांव के मेघवाल समाज की शानदार पहल
सीकर खोरी गांव में मेघवाल समाज की सामूहिक बैठक सीकर - (नवरत्न मंडूसिया) ग्राम खोरी डूंगर में आज मेघवाल परिषद सीकर के जिला अध्यक्ष रामचन्द्...
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मेघवंश जाती के प्रवर शाखा और प्रशाखा प्राचीन क्षत्रियो में चन्द्र वंश और सूर्य वंश ये दो वंश मुख्य मने जाते हैं !फ...
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बाबा रामदेव जी महाराज मेघवाल है और इन तथ्यों से साबित होता है ॥ बाबा रामदेव जी महाराज सायर मेघवाल के ही पुत्र थे ॥ और बाबा रामदेव जी मह...